Senior Citizen Post Office Interest – आजकल के समय में जब बैंक एफडी पर मिलने वाला ब्याज लगातार कम हो रहा है, ऐसे में रिटायर हो चुके बुजुर्गों के लिए एक भरोसेमंद और नियमित इनकम का सोर्स ढूंढ़ना आसान नहीं होता। मगर पोस्ट ऑफिस की एक खास स्कीम है जो न सिर्फ ज्यादा ब्याज देती है बल्कि पैसे की सुरक्षा भी सुनिश्चित करती है। इस स्कीम का नाम है सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम, यानी SCSS। आइए जानते हैं इस स्कीम के बारे में आसान भाषा में सब कुछ।
क्या है SCSS?
SCSS यानी सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम, सरकार द्वारा चलाई जा रही एक सेविंग स्कीम है जो खासतौर पर 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों के लिए बनाई गई है। इसका मकसद है कि बुजुर्गों को एक स्थिर और नियमित इनकम मिलती रहे ताकि रिटायरमेंट के बाद भी जिंदगी आराम से चल सके।
क्या-क्या है फायदे?
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ब्याज दर – FD से ज्यादा
फिलहाल इस स्कीम पर सालाना ब्याज दर है 8.2 फीसदी, जो कि ज्यादातर बैंकों की एफडी से ज्यादा है। बैंक एफडी पर सीनियर सिटीजन्स को आमतौर पर 7 प्रतिशत या उससे कम ही ब्याज मिलता है। -
हर तीन महीने पैसे खाते में
SCSS में ब्याज हर तिमाही यानी तीन महीने पर सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर होता है। इससे नियमित इनकम मिलती रहती है। -
₹30 लाख तक निवेश
आप इस स्कीम में अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। पहले यह सीमा 15 लाख थी, जिसे अब बढ़ा दिया गया है। -
लंबी अवधि का फायदा
योजना की अवधि पांच साल की होती है जिसे बाद में तीन साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। यानी एक बार पैसा लगाया तो लंबे समय तक इनकम का झंझट खत्म।
कैसे कमाएं सालाना ढाई लाख रुपये?
अगर कोई सीनियर सिटीजन इस स्कीम में पूरे 30 लाख रुपये लगाता है तो उसे हर तीन महीने में करीब 61 हजार 500 रुपये का ब्याज मिलेगा। साल भर में यह रकम करीब 2 लाख 46 हजार रुपये हो जाती है। अगर भविष्य में ब्याज दर बढ़ती है तो यह कमाई ढाई लाख से भी ज्यादा हो सकती है।
कौन ले सकता है इस स्कीम का फायदा?
- वह व्यक्ति जिसकी उम्र 60 साल या उससे ज्यादा हो
- अगर कोई सरकारी कर्मचारी 55 से 60 साल की उम्र में रिटायर हुआ है, तो वह भी कुछ शर्तों के साथ इस स्कीम में पैसा लगा सकता है
- पति-पत्नी मिलकर जॉइंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं
आवेदन कैसे करें?
SCSS में निवेश करना बहुत ही आसान है। इसके लिए आप अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस या किसी अधिकृत बैंक में जा सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड और पैन कार्ड की कॉपी
- एक पासपोर्ट साइज फोटो
- उम्र का प्रमाण पत्र
- एड्रेस प्रूफ
आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाएं
- SCSS का फॉर्म भरें और दस्तावेज़ लगाएं
- निवेश की रकम चेक, UPI या नेट बैंकिंग से जमा करें
- पासबुक मिलती है जिसमें आपका निवेश और ब्याज की जानकारी रहती है
स्कीम के फायदे और कुछ बातों का ध्यान
फायदे:
- सुरक्षित निवेश – सरकार द्वारा समर्थित
- हर तिमाही इनकम
- आयकर में छूट – सेक्शन 80C के तहत डेढ़ लाख तक टैक्स बचत
- किसी भी पोस्ट ऑफिस में आसानी से उपलब्ध
कुछ कमियां:
- अगर सालाना ब्याज 50 हजार से ज्यादा हो तो TDS कटता है
- पांच साल तक पैसा लॉक रहता है, बीच में निकालने पर पेनल्टी लगती है
- बाजार से जुड़े निवेश की तरह ग्रोथ नहीं मिलती
किनके लिए सबसे सही है ये स्कीम?
- रिटायर बुजुर्ग जिनके पास अब नियमित आय का कोई साधन नहीं है
- जो लोग हर तीन महीने एक तय इनकम चाहते हैं
- जो पैसा सुरक्षित रखना चाहते हैं और कम जोखिम लेना चाहते हैं
अगर आपके घर में कोई भी सीनियर सिटीजन है और वह पैसा निवेश करने का सुरक्षित और बढ़िया तरीका ढूंढ रहा है, तो SCSS स्कीम एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। बैंक एफडी से ज्यादा ब्याज, हर तिमाही इनकम और सरकार की गारंटी – ये तीन बातें ही काफी हैं भरोसे के लिए। अगर अभी तक इस स्कीम में निवेश नहीं किया है, तो एक बार पोस्ट ऑफिस जाकर इसकी जानकारी जरूर लें। सुकून भरा रिटायरमेंट अब सपना नहीं, हकीकत हो सकता है।