Home Loan Guidelines – घर खरीदना हर इंसान का सपना होता है और आजकल बढ़ती महंगाई में अपने पैसों से घर खरीदना आसान नहीं होता। ऐसे में ज्यादातर लोग होम लोन का सहारा लेते हैं, लेकिन लोन लेना जितना आसान लगता है, असल में उसमें कई झंझट भी होते हैं। लोन लेते समय तो सब कुछ सही लगता है, लेकिन बाद में जब EMI और ब्याज की गिनती शुरू होती है, तब असली परेशानी सामने आती है।
RBI ने ग्राहकों की सुनी पुकार
अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने ग्राहकों की इन परेशानियों को समझते हुए होम लोन को लेकर कुछ नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इन नए नियमों के बाद होम लोन लेने वालों को बड़ी राहत मिलने वाली है। दरअसल, कुछ बैंकों की मनमानी के कारण लोगों को बेवजह ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ता था। अब RBI ने इस पर लगाम कसने का फैसला किया है।
क्या थी बैंकों की चालाकी
RBI ने हाल ही में बैंकों का वार्षिक निरीक्षण किया, जिसमें सामने आया कि कुछ बैंक लोन की रकम ग्राहक के खाते में ट्रांसफर करने से पहले ही ब्याज वसूलना शुरू कर देते हैं। मतलब ये कि ग्राहक के पास अभी पैसे पहुंचे नहीं और बैंक ब्याज गिनने लगते हैं। कई मामलों में तो बैंक लोन की मंजूरी की तारीख या चेक जारी करने की तारीख से ही ब्याज जोड़ना शुरू कर देते थे, जबकि असल में ग्राहक को पैसे मिलने में कई दिन लग जाते हैं। इस देरी की कीमत ग्राहकों को ब्याज के रूप में चुकानी पड़ती थी।
नई गाइडलाइंस क्या कहती हैं
RBI की नई गाइडलाइन के मुताबिक अब बैंक या कोई भी वित्तीय संस्था तभी से ब्याज ले पाएगी, जब से ग्राहक के खाते में लोन की रकम ट्रांसफर हो जाएगी। मतलब अगर आपने 1 जुलाई को लोन की अर्जी दी, बैंक ने 5 जुलाई को मंजूरी दी, लेकिन पैसे आपके खाते में 10 जुलाई को आए – तो ब्याज की गणना 10 जुलाई से शुरू होगी, न कि 5 जुलाई से।
RBI ने क्या किया बदलाव
- बैंक अब चेक के जरिए लोन की रकम नहीं देंगे।
- पूरी प्रक्रिया डिजिटल होगी और लोन की रकम सीधे ग्राहक के खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
- ब्याज की गणना उसी दिन से होगी, जिस दिन ग्राहक के खाते में रकम पहुंचेगी।
- इससे पहले की तारीख से ब्याज वसूलना नियमों के खिलाफ माना जाएगा।
ग्राहकों को कैसे मिलेगा फायदा
अब जब लोन की रकम मिलने के पहले ब्याज नहीं लगेगा, तो ग्राहक को कम ब्याज देना होगा। इसका मतलब EMI पर थोड़ा बोझ हल्का होगा। कई बार ग्राहक को लोन के पैसे मिलने में हफ्ता भर लग जाता है, और इसी हफ्ते का ब्याज भी उससे वसूल लिया जाता था। अब ऐसा नहीं होगा।
बैंकों की चालाकी पर लगाम
RBI का साफ कहना है कि बैंक अब लोन वितरण में पारदर्शिता बरतें। पहले बैंकों को यह आजादी थी कि वे अपने हिसाब से ब्याज जोड़ें, अब उन्हें नियम मानने होंगे। ग्राहक को उसकी रकम कब मिली, इस पर पूरा रिकॉर्ड रखना होगा और उसी हिसाब से ब्याज लगाया जाएगा।
भविष्य में होम लोन लेना होगा आसान
इस कदम से लोगों का भरोसा बैंकों पर और मजबूत होगा। साथ ही पारदर्शिता से ग्राहक भी संतुष्ट रहेंगे और बैंकों की छवि में भी सुधार होगा। अब होम लोन लेना थोड़ा आसान और समझदारी भरा लगेगा। जो लोग पहली बार घर खरीदने जा रहे हैं, उनके लिए यह बदलाव राहत की खबर है।
तो अब क्या करें
अगर आप होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो अब घबराने की जरूरत नहीं है। RBI के नए नियम आपके हक में हैं। लोन लेने से पहले बैंक से साफ-साफ पूछें कि लोन की रकम कब ट्रांसफर होगी और ब्याज कब से गिना जाएगा। डिजिटल ट्रांसफर को प्राथमिकता दें और हर स्टेप का रिकॉर्ड रखें।
RBI की यह पहल वाकई आम लोगों को राहत देने वाली है। अब बैंकों की मनमानी पर लगाम लगेगी और ग्राहकों को उनके पैसे का सही हिसाब मिलेगा। घर का सपना पूरा करना अब थोड़ा आसान हो गया है।