Very Heavy Rain Alert : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले सात दिनों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र इसकी बड़ी वजह है, जो मौसम में जबरदस्त बदलाव ला रहा है। विभाग ने पश्चिमी तटीय राज्यों के लिए खासतौर पर चेतावनी जारी की है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
किन राज्यों में सबसे ज्यादा खतरा?
IMD के अनुसार, केरल, कर्नाटक, तटीय महाराष्ट्र, गोवा और तमिलनाडु में तेज और भारी बारिश हो सकती है।
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25 और 26 मई को केरल में अत्यधिक भारी बारिश का खतरा है।
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कर्नाटक के तटीय और पहाड़ी इलाकों में 25 से 27 मई तक बारिश होगी।
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तमिलनाडु के पर्वतीय क्षेत्रों में भी 25 और 26 मई को भारी बारिश का अनुमान है।
पूर्वोत्तर भारत में भी तेज बारिश का अलर्ट
पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में भी मौसम खराब रहने वाला है।
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25 से 30 मई के बीच असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में तेज बारिश हो सकती है।
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29-30 मई को असम और मेघालय, जबकि 27-28 मई को नागालैंड और त्रिपुरा में खासतौर पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
इन क्षेत्रों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। विभाग ने स्थानीय लोगों से सावधानी बरतने को कहा है।
मानसून ने इस बार बनाया रिकॉर्ड
इस बार मानसून ने समय से 8 दिन पहले ही केरल में एंट्री कर ली है।
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पिछली बार ऐसा 2009 में हुआ था, जब मानसून 9 दिन पहले आया था।
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इस बार यह 16 साल बाद सबसे जल्दी पहुंचा मानसून है।
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मानसून अब महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है और अगले 2 से 3 दिन में वहां भी दस्तक दे सकता है।
मध्य भारत में भी असर
रत्नागिरी के पास बना कम दबाव का क्षेत्र अब धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढ़ रहा है, जिसके असर से मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उत्तरी कर्नाटक में भी बारिश तेज हो सकती है।
अगले 24 घंटे में कहां होगी बारिश?
इन राज्यों में हल्की से भारी बारिश हो सकती है:
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कोंकण, गोवा, विदर्भ, मराठवाड़ा, केरल, तटीय कर्नाटक
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बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, अंडमान-निकोबार
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ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, आंध्र प्रदेश, पूर्वोत्तर भारत
इन इलाकों में गरज-चमक, बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ बारिश होगी।
इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में कुछ स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।