EPFO New Rules – अगर आप नौकरीपेशा हैं और आपका EPF अकाउंट है, तो आपके लिए बहुत जरूरी खबर है। EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने 2025 की शुरुआत में कुछ बड़े बदलाव किए हैं। इन नए नियमों के बाद अब PF से जुड़े कई काम न केवल आसान हो गए हैं, बल्कि पूरी तरह डिजिटल भी हो चुके हैं। अब आपको ऑफिस के चक्कर काटने की ज़रूरत नहीं है, सब कुछ ऑनलाइन हो जाएगा और झंझट भी खत्म।
भारत में करीब 7 करोड़ लोग EPFO के सदस्य हैं, यानी ये बदलाव बहुत बड़ी आबादी को सीधे तौर पर फायदा देने वाले हैं। आइए आपको बताते हैं वो 5 बड़े बदलाव जो हर EPF खाताधारक को जरूर जानने चाहिए।
प्रोफाइल अपडेट अब मिनटों में, बिना डॉक्यूमेंट अपलोड किए
पहले प्रोफाइल में बदलाव जैसे नाम सुधार, जन्म तिथि सही करना, जेंडर या वैवाहिक स्थिति अपडेट करना बहुत टाइम लेता था। डॉक्यूमेंट अपलोड करना होता था, ऑफिस से मंजूरी लेनी पड़ती थी। लेकिन अब ये सब काम एक मिनट में हो सकता है – बिना कोई डॉक्यूमेंट अपलोड किए। हां, बस आपका UAN नंबर आधार से लिंक होना चाहिए।
अब आप घर बैठे ही नाम, माता-पिता का नाम, पत्नी का नाम, जॉइनिंग डेट और बाकी जरूरी जानकारी आराम से अपडेट कर सकते हैं। EPFO की वेबसाइट और ऐप दोनों पर यह सुविधा मिल रही है।
नौकरी बदली तो PF ट्रांसफर खुद-ब-खुद हो जाएगा
पहले जब आप नौकरी बदलते थे, तो PF ट्रांसफर करना बहुत टेंशन वाला काम होता था। HR से मिलो, फॉर्म भरो, मंजूरी का इंतजार करो। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। 15 जनवरी 2025 से EPFO ने नया नियम लागू किया है – अब PF खुद ही पुराने से नए खाते में ट्रांसफर हो जाएगा। न कोई मंजूरी चाहिए, न कोई फॉर्म भरने की जरूरत। यह ऑटोमैटिक प्रोसेस है और इससे लाखों लोगों को बड़ा आराम मिलने वाला है।
जॉइंट डिक्लेरेशन फॉर्म अब ऑनलाइन, और आसान
EPF खाते में किसी भी जानकारी में सुधार के लिए पहले जॉइंट डिक्लेरेशन फॉर्म भरना पड़ता था, जिसमें कंपनी की भी मंजूरी लगती थी। लेकिन अब ये भी डिजिटल हो गया है। 16 जनवरी 2025 से यह फॉर्म आप ऑनलाइन भर सकते हैं – बस शर्त ये है कि आपका UAN आधार से लिंक हो।
अगर आपका UAN बना ही नहीं है या आधार लिंक नहीं है, या कर्मचारी की मृत्यु हो गई है, तो फिर पुराने तरीके से फॉर्म भरकर देना पड़ेगा। बाकी मामलों में अब सब कुछ ऑनलाइन हो चुका है।
पेंशन पेमेंट के लिए नया सिस्टम – तेजी से पैसा मिलेगा
EPFO ने 1 जनवरी 2025 से Centralized Pension Payment System (CPPS) शुरू किया है। अब पेंशनर्स को हर महीने तय समय पर पेंशन सीधे बैंक अकाउंट में मिल जाएगी। पहले PPO यानी पेंशन पेमेंट ऑर्डर एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस घूमता रहता था, जिससे देर होती थी। अब PPO भी UAN से जुड़ जाएगा, और Digital Life Certificate यानी जीवन प्रमाण पत्र भी ऑनलाइन ही जमा किया जा सकेगा।
इससे बुजुर्गों को बड़ी राहत मिलने वाली है, क्योंकि अब लाइन में लगने की ज़रूरत नहीं और बैंक के चक्कर भी खत्म।
ज्यादा सैलरी वालों को भी अब पेंशन का फायदा – लेकिन नियम साफ
जिनकी सैलरी EPFO की तय लिमिट से ज्यादा है और वे पूरी सैलरी पर पेंशन लेना चाहते हैं, उनके लिए अब नियम क्लियर कर दिए गए हैं। उन्हें थोड़ा ज्यादा योगदान देना होगा, यानी एक्स्ट्रा पैसा जमा करना पड़ेगा। इसके बदले उन्हें पूरी सैलरी के हिसाब से पेंशन मिलेगी।
साथ ही, जिन कंपनियों के पास अपना प्राइवेट PF ट्रस्ट है, उन्हें भी अब EPFO जैसा पारदर्शी और डिजिटल सिस्टम अपनाना होगा। इससे पैसा कहां गया, कैसे जमा हुआ – सब ट्रैक किया जा सकेगा।
EPFO का पूरा सिस्टम हो चुका है डिजिटल
अब EPFO पूरी तरह डिजिटल हो गया है। फॉर्म भरने, चक्कर काटने और लंबे इंतजार की परेशानी अब बीते ज़माने की बात हो गई है। ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप से ज्यादातर काम मिनटों में हो रहे हैं। खास बात ये है कि EPFO लगातार अपने सिस्टम को और आसान और तेज बना रहा है, ताकि आम नौकरीपेशा लोगों को किसी भी सरकारी झंझट में न उलझना पड़े।
EPFO के ये नए नियम देश के करोड़ों कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए वाकई राहत भरे हैं। प्रोफाइल अपडेट, PF ट्रांसफर, पेंशन सिस्टम और ज्यादा सैलरी पर पेंशन जैसे काम अब पहले से कहीं ज़्यादा आसान और भरोसेमंद हो गए हैं। बस ध्यान रखें कि आपका UAN आधार से लिंक हो, ताकि इन सारी सुविधाओं का पूरा फायदा मिल सके।